राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी इंदौर पुलिस को एक बड़ा सुराग हाथ लगा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनम जिस संजय वर्मा नाम के शख्स के मोबाइल नंबर पर लगातार बातचीत किया करती थी, वह नंबर दरअसल प्रेमी राज कुशवाहा ही इस्तेमाल करता था. सोनम ने 25 दिन में 112 बार फोन पर बात की थी.
पुलिस के अनुसार, सोनम और उस नंबर पर मौजूद शख्स के बीच लंबी-लंबी बातचीत होती थी. पहले माना जा रहा था कि यह नंबर किसी संजय वर्मा नाम के व्यक्ति का है, लेकिन जांच आगे बढ़ने पर हैरान करने वाला खुलासा हुआ कि इस नंबर का उपयोग कोई और नहीं बल्कि खुद राज कुशवाहा कर रहा था.
ऐसे चला पता
इस बात की पुष्टि तब हुई जब मध्यप्रदेश में इस नाम को लेकर खबरें सामने आईं और मीडिया में चर्चाएं तेज हुईं. इसके बाद इंदौर पुलिस ने मेघालय पुलिस से संपर्क किया और बातचीत के आधार पर यह अहम जानकारी सामने आई.
पुलिस अधिकारी अब यह मान रहे हैं कि संजय वर्मा नाम की आड़ में राज कुशवाहा ने पहचान छिपाकर सोनम से संपर्क बनाए रखा. मामले में आगे की जांच अब इसी नंबर और उससे जुड़ी कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स के आधार पर तेज कर दी गई है. इस खुलासे के बाद केस ने नया मोड़ ले लिया है और पुलिस की जांच अब राज कुशवाहा की गतिविधियों पर और अधिक केंद्रित हो गई है.
नार्को टेस्ट की मांग पर गुस्साया सोनम का भाई
उधर, राजा रघुवंशी हत्याकांड में मृतक के परिजनों द्वारा की गई नार्को टेस्ट की मांग पर मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. राजा के परिवार ने हत्या की पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए सोनम के माता-पिता, भाई गोविंद और भाभी सहित सभी पारिवारिक सदस्यों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोविंद ने कहा, 'हमने कोई पाप नहीं किया है. अगर किसी को हम पर शक है, तो हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं.' उन्होंने कहा कि वे जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे, ताकि सच्चाई सामने आ सके.
क्या है पूरा मामला?
राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके प्रेमी राज कुशवाह और राज के तीन दोस्तों विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. यह वारदात उस समय हुई जब दोनों हनीमून ट्रिप पर गए हुए थे.
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी, और 20 मई को दोनों हनीमून के लिए असम और मेघालय रवाना हुए थे. लेकिन 23 मई को सोनम ने राजा के लापता होने की सूचना दी. इसके बाद 2 जून को राजा का क्षत-विक्षत शव मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले स्थित सोहरा (चेरापूंजी) के वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक गहरी खाई से बरामद हुआ.
सोनम ने 9 जून की देर रात उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं, राज कुशवाह और अन्य तीन आरोपी अलग-अलग स्थानों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए गए.
राजा रघुवंशी का परिवार इंदौर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करता है. इस पूरे मामले की जांच मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) कर रही है, जो हर पहलू की गहराई से पड़ताल कर रही है.