अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने यूरोपीय यूनियन (EU) पर 50 फीसदी का नया टैरिफ लगाकर फिर से ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ा दी है. अमेरिका ने इससे पहले चीन पर टैरिफ पर टैरिफ लगा रहे थे. इसके अलावा, भारत पर भी टैरिफ को लेकर बयान दिया था और यह भी दावा किया था कि भारत अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 'शून्य टैरिफ' लगाना चाहता है, जबकि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इससे साफ इनकार किया था.
EU पर लागू इस नए टैरिफ के बाद दुनिया भर में ट्रेड वॉर की आशंका एक बार फिर गहरा गई है और ग्लोबल मार्केट में भी भारी गिरावट आई है. इतना ही नही डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने अमेरिक में नहीं बनने वाले स्मार्टफोन्स, जिसमें Apple का iPhone भी शामिल है, पर 25% टैरिफ का ऐलान किया है. इसका मतलब है कि अगर कोई मोबाइल कंपनी अमेरिका में प्रोडक्शन नहीं कर रही है तो उसे अमेरिका में अपने फोन्स बेचने पर 25 फीसदी का आयात शुल्क देना होगा.
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
EU और टेक कंपनियों पर टैरिफ 1 जून से लागू होगा. सोशल मीडिया पर पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप ने EU पर निशाना साधते हुए कहा, व्यापार वार्ताएं ठप हो गई हैं. उनके साथ हमारी चर्चाएं किसी नतीजे पर नहीं पहुंच रही हैं. उन्होंने यूरोपीय संघ पर अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि यूरोप में अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं.
अमेरिका को हर साल 2.5 अरब डॉलर का नुकसान
ट्रंप ने लिखा, 'यूरोपीय संघ, जिसका गठन व्यापार पर संयुक्त राज्य अमेरिका से लाभ उठाने के प्राथमिक उद्देश्य से किया गया था. अब इससे डील करना बहुत मुश्किल रहा है. उनके शक्तिशाली व्यापार रुकावट, वैट टैक्स, हास्यास्पद कॉर्पोरेट दंड, नॉन मॉनिटरी ट्रेड रुकावट, हेरफेर, अमेरिकी कंपनियों के खिलाफ अनुचित और अनुचित मुकदमे, और बहुत कुछ, अमेरिका के साथ प्रति साल $250,000,000 से अधिक के व्यापार घाटे का कारण बने हैं. उन्होंने कहा यह मंजूर नहीं है.'
शेयर बाजार में हड़कंप
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस ऐलान के बाद ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट आई. अमेरिकी शेयर वायदा में तेज गिरावट आई और यूरोपीय बाजारों में 2% की गिरावट आई, जिससे निवेशकों में बढ़ती व्यापार बाधाओं को लेकर बेचैनी का माहौल पैदा हो गया. इसके अलावा, एप्पल कंपनियों के शेयरों में भी भारी गिरावट आई और यह 3% तक टूट गया.
यूरोपीय संघ ने क्या कहा?
ट्रंप के बयान के जवाब में एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि यूरोपीय संघ कोई भी औपचारिक टिप्पणी जारी करने से पहले व्यापार चर्चा के दौरान सेफकोविक और ग्रीर के बीच 15:00 GMT कॉल के नतीजे का इंतजार करेगा.
आखिर क्या करना चाहते हैं ट्रंप?
डोनाल्ड ट्रंप बाकी देशों पर टैरिफ लगाकर या व्यापार डील करके अमेरिका के लिए अनुचित व्यापार को हटाना चाहते हैं, ताकि अमेरिका का व्यापार घाटा कम हो. इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इकोनॉमी को और बेहतर बनाना चाहते हैं, ताकि आने वाले समय में मंदी जैसी स्थिति ना पैदा हो. इस बीच, एक्सपर्ट्स का दावा है कि टैरिफ लगाने से अमेरिका में महंगाई का खतरा है और इसका असर अमेरिका की इकोनॉमी पर भी होगा.