जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की नापाक हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. बीती नौ रातों से लगातार पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के गोलीबारी की जा रही है. कुपवाड़ा, उरी और अखनूर क्षेत्रों में पाकिस्तान की सेना ने एक बार फिर से संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हो रहा है जब 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. तीन दिन पहले भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि निरंतर सीजफायर उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
24 अप्रैल से लगातार फायरिंग कर रहा पाकिस्तान
मंगलवार को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई, जिसमें पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग और घुसपैठ की घटनाओं पर चर्चा की गई. पाकिस्तान ने 24 अप्रैल की रात से LoC के विभिन्न क्षेत्रों में गोलीबारी शुरू कर दी थी, जो अब तक लगातार जारी है. उसी दिन भारत ने सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित करने की घोषणा की थी.
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इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, वाघा बॉर्डर को सील कर दिया और भारत के साथ सभी व्यापारिक संबंध स्थगित कर दिए. पाकिस्तान ने गीदड़भभकी देते हुए कहा था कि अगर भारत ने पाकिस्तान के हिस्से के जल को मोड़ने की कोशिश की, तो इसे "युद्ध की कार्रवाई" माना जाएगा.
गौरतलब है कि फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ ने 2003 की सीजफायर संधि को दोबारा लागू करने का वादा किया था, लेकिन वर्तमान हालात एक बार फिर सीमा पर अशांति और खतरे की ओर संकेत कर रहे हैं.
तीन हिस्सों में बंटी है सीमा
भारत और पाकिस्तान के बीच कुल 3,323 किलोमीटर की सीमा है, जो तीन हिस्सों में बंटी है: अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी), जो गुजरात से जम्मू के अखनूर में चिनाब नदी के उत्तरी किनारे तक लगभग 2,400 किलोमीटर है; नियंत्रण रेखा (एलओसी), जो जम्मू के कुछ हिस्सों से लेकर लेह तक 740 किलोमीटर लंबी है; और वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (एजीपीएल), जो सियाचिन क्षेत्र को एनजे 9842 से इंदिरा कोल तक 110 किलोमीटर में विभाजित करती है.